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We will love when it rains.

We will love when it rains.

भाग - 1

Chapter - 1

दुनिया की सबसे बड़ी प्रेम कहानी जिसका आज भी कायनात सदियों से कर रही है इंतजार एक ऐसी प्रेम कहानी जो प्राचीन में हर किसी को एक दूसरे से आज तक जोड़कर रखे हुए है |

बहुत ही प्राचीन काल के समय जब राजा रानियों का प्रशासन हुआ करता था और हर एक मनुष्य अपनी खुशहाल जीवन का आनंद ले रहा था |

बसंत का मौसम था और दक्षिण कोरिया के एक महान नामक कबीले में बारिश के तेज बूँदों के नीचे खड़ा एक नौजवान भीग रहा था और आसपास के जो उस कबीले में शिक्षा लेने आये लड़के लड़कियां उसी को देख रहे थे और बाते कर रहे थे |

एक लड़का - ये हमेशा इस बारिश के नीचे क्यों खड़ा रहता है क्या इसे सजा मिली है यहां बारिश के नीचे रहने की |

दूसरा लड़का - नहीं इसे सजा नहीं मिली लेकिन पता नहीं ये ऐसा क्यों करता है |

तीसरा लड़का - इसका मानना है कि बारिश के नीचे खड़े रहकर ये अपने प्यार का ध्यान करता है जिससे जल्दी ही इसे अपना प्यार मिल जाएगा |

एक लड़की - मैं नहीं मानती ऐसा कुछ नहीं होता है यार ये इतना मनमोहक है इतना सुंदर है इसे तो दुनिया की कोई भी खूबसूरत लड़की मिल सकती है तो ये प्रेम साधना क्यों करता है |

जो लड़का बारिश में भीग रहा था उसने अपनी आँखें बंद कर वहीँ कबीले के बाहर बैठा ध्यान मुद्रा में था उसके गोरे बदन और लाल रंग की पोशाक काले घने कमर से ऊपर तक बाल सर पे एक काला रंग का bandan बांधे जिसमे से उसके छोटे - छोटे बाल निकलकर उसके सर पे आ रहे थे |

वो बहुत ही मनमोहन था हाथ में भी उसने bandan बाँध रखा था अचानक से उसे अपने ध्यान में एक लड़की की गहरी भूरी आँखें दिखीं जिसमें काले काजल बड़ी पलकें और दाएं आँख के नीचे एक काला तिल l

उसकी अचानक से धड़कने तेज हो गई उसने जैसे ही उस लड़की को छूना चाहा वैसे ही किसी ने उसे आवाज लगाई

राजकुमार ताई जोंग उसने अपनी आँखें खोली और सामने देखा एक सेवक जो सफेद लिबास में दोनों हाथ आगे कर सर झुकाये उसके सामने खड़ा है उसने कहा - राजकुमार जी आपके ध्यान को भंग करने के लिए क्षमा लेकिन आपको गुरु जी ने बुलाया है l

उस लड़के ने मुस्कुराते हुए शांति से कहा - आप चलिए हम आते हैं l वो सेवक वहाँ से चला जाता है और सारे शिष्य भी उस लड़के का नाम ताई जोंग है और उसकी आँखें हाय उसकी गहरी भूरी आंखें और दांए आँख पर तिल जैसी उसने अभी कुछ समय पहले उस लड़की की देखी थी l

वो उस आँखें को सोच मुस्करा देता है और अंदर चला आता है उसने अपने भीगे कपड़े बदले औेर गुरु जी के कमरे के बाहर आकर खड़ा हो जाता है l

ताई जोंग - गुरु जी क्या मैं अंदर आ सकता हूं l

गुरु सियोजो - हाँ आओ l

ताई जोंग उनके सामने खड़ा हो जाता है और कहता है - जी बताईये क्या आज्ञा है मैं क्या कर सकता हूं आपके लिए

गुरु जी - बैठो मुझे तुमसे कुछ बात करनी है l

ताई बैठ गया गुरु जी ने कहा - तुम्हें याद है मैंने कुछ दिन पहले तुमसे क्या कहा था l

ताई ने कहा - जी कोई बाहर देश की राजकुमारी आने वाली है हमारे यहाँ शिक्षा लेने l

गुरु - हाँ और वो आज ही यहां रात्री के पहर पहुंच जायेगी तो तुम सारे विद्यार्थियों के साथ मिलकर उसके स्वागत की तैयारी करो उसे ऐसा नहीं लगना चाहिए कि हम मेहमानों का ख्याल नहीं रखते l

ताई जोंग - जी गुरु जी l

और वो वहाँ से बाहर आ गया उसने अपने सभी विद्यार्थि दोस्तों को बुलाया और उन्हें सारी बातें बताई सभी ने जल्दी से अपना काम शुरू कर दिया सभी साज सजावट में जुट गए ल़डकियों को राजकुमारी का कमरा व्यवस्थित करने के लिए कहा गया था उन ल़डकियों मे से कुछ राजकुमारी थी तो उन्हें उस राजकुमारी से जलन हो रही थी l

इसलिए वो बस खड़ी हांथ बांधे देख रही थीं l

एक लड़का - चलो कितने दिनों के बाद ही सही कोई नया मेहमान तो देखने को मिलेगा l

दूसरा लड़का - हाँ भाई तूने सही कहा मैं तो बहुत ही उत्सुक हूँ उस नयी राजकुमारी से मिलने को l

तभी वो राजकुमारी लड़कियाँ आई और हांथ बांधकर बड़े ही कड़वे स्वर में कहा - तुम सभी को बहुत उत्सुकता हो रही है और बहुत ही बेसब्री से इंतजार भी होगा उस नयी राजकुमारी का l

एक लड़का जिसने सफेद पोशाक पहने था कहा - हम्म... तुम्हें बड़ी जलन हो रही है हाँ सोच रही होगी की तुमसे ज्यादा अगर वो सुन्दर हुई तो ताई वैसे ही नहीं देखता तुम लोगों को उसके आने के बाद और भी नहीं देखेगा न... l

उस लड़के ने कहा और हँसने लगा वो राजकुमारी चिढ़कर वहाँ से चली जाती है l

सजावट करते - करते शाम हो चुकी थी ताई जोंग अपने कमरे में बैठा कोई किताब पढ़ रहा था तभी उसके दरवाजे पर दस्तक होती है वो किताबों में इतना गुम था कि उसने दरवाजे पर दी दस्तक नहीं सुनी l

तभी अंदर चार पांच लड़के आये जो करीब कोई 33 कोई 30 कोई 28 तो कोई 31 साल का था वो आकर उसके बेड पर बैठ जाते हैं एक उसके कंधे पर हाथ रखकर कहता है - अरे तुम कहां गुम रहते हो हमारा आना भी तुम्हें नहीं पता चला l

ताई ने मुड़कर उन्हें देखा और कहा - अरे तुम सब कब आये माफ़ करना मुझे पता नहीं चला l

जिसका नाम जियांग था ने कहा - हम समझ सकते हैं तुम किताबों में इतना खोए हुए थे कि तुम्हें पता ही नहीं चला कि हम आये हैं अच्छा वो सब छोड़ पहले हमें ये बताओ क्या हुआ उसका l

ताई ने बिना उनकी ओर देखे किताब रखते हुए कहा - किसका l

तभी उसका दूसरा दोस्त सिमी कहता है - अरे वही जिनका ध्यान करते हो तुम्हारी प्रेम पत्नी l

ताई ने उनकी ओर देखा और कहा - क्या सुनना चाहते हो तुम सब और मैं किसी का ध्यान नहीं करता तुम सबने ऐसे ही कुछ भी अफवाह फैलाई है l

सिमी - अरे हमने ये अफवाह नहीं फैलाई ये जरूर किसी और की चाल है लेकिन अब जो हुआ उसे जाने दो बताओ न क्या तुमने उसे देखा l

ताई ने उनकी तरफ देखा और उस लड़की की आँखों में खोए हुए कहा - हाँ उसकी एक झलक मुझे अपना दीवाना बना गई उसके वो खूबसूरत गहरी भूरी आँखें बड़ी - बड़ी पलकें और दाएं आँख के नीचे एक छोटा सा तिल l

उन सभी ने सुना तो जियोन ने कहा - क्या हमने उसके बारे में पूछा था न कि तेरे बारे में l

ताई ने उनकी ओर देखा और कहा - सच में उसकी आँखें ऐसी ही थी l

जोंग जुंग - क्या तुमने सिर्फ उसकी आँखें ही देखीं उसका चेहरा नहीं l

ताई ने कहा - नहीं l

तभी एक विद्यार्थि आया और कहा - गुरु जी ने आप सभी को बुलाया है राजकुमारी जी आ गई हैं |

इतना कहकर वो लड़का भाग जाता है वो सभी बाहर आते हैं बारिश रुक चुकी थी l

एक सफेद और सुंदर पोशाक पहने आधे बाल खुले थे आधे जुड़ा बना हुआ था कानो में इय रिंग पैर में जुते पहने थे l उसे सब हैरानी से देख रहे थे वो राजकुमारी गोरी थी दिखने में बहुत सुन्दर थी उसके बगल में एक और लड़की खड़ी थी जिसने अपना चेहरा ढक रखा था लेकिन तभी अचानक से ताई के दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं वो अपने सीने पर हाथ रखता है l

उसे वही लड़की की आँखें याद आने लगती है l

गुरु जी राजकुमारी का स्वागत करते हैं और ताई से मिलवाते हैं राजकुमारी हाथ जोड़कर कहती है - नमस्ते मैं उत्तर भारत की राजकुमारी अनाया l

ताई बस उसे देख रहा था वो दोनों जैसे ही आगे बढ़े एक लड़की ने अपना पैर उस लड़की के पैर में फंसा दिया जिससे वो आगे की ताई के ऊपर जाकर गिरी और दोनों नीचे जमीन पर गिर गये l

ताई उस लड़की को देख रहा था और वो लड़की उसे देखती रही सभी उन दोनों को हैरानी से देख रहे थे तभी अचानक से बारिश होने लगी l

Continue...