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Chapter 16

 सुबह का वक्त । ।

 सांची का घर । ।

 आज संडे था इसलिए सभी की , , , , छुट्टी थी और सभी लोग घर पर ही थे , , ।

 शिवाय अद्विक के अद्विक , , , , अपने ऑफिस के काम की , , ।

वजह से उसे कल रात को , , , ज़ ही कहीं जाना पड़ा , , ।

 पूरे घर में शांति थी सिवाय , , , , किसी के मन में और वो थी हमारी साँची , , ।

 आरव ने जो कुछ भी साची के , , , , साथ किया वह उसने किसी को बताया नहीं था , , ।

 लेकिन आरव की की हुई हरकत , , , , सांची के दिमाग में घूम रही थी , , ।

जिसकी वजह से वह गुस्से से , , , , पागल होती जा रही थी , , ।

 साची अपने गुस्से को शांत करने , , , , के लिए सांची बालकोनी में बैठ , , , , कर अपनी कॉफी पी रही थी , , ।

 साची अक्सर वहां बैठ कर कॉफी , , , , पीती थी जब उसे गुस्सा आता था , , ।

 आज संडे था तो कॉलेज की छुट्टी , , , , थी इसलिए श्री सो रही थी , , ।

 साची बालकनी में बैठी थी कि , , , , तभी उसका फोन बचता है , , ।

 फोन की आवाज सुन कर साची , , , , उसकी फ़ोन की तरफ देखती है , , ।

और उसे अपने हाथ में उठाती है , , ।

 साची से फोन को उठा कर देखती है , , , , तो उस पर एक अननोन नंबर शो हो रहा था , , ।

 साची उस अननोन नंबर को , , , , कन्फ्यूजन से देखती है , , ।

फिर उसे उठा कर अपने , , , , कान पर रखती है , , ।

 साची जब फोन को अपने कान , , , , पर रख कर हेलो बोलती है , , ।

 तभी दूसरी तरफ से एक , , , , आदमी की आवाज़ आती है , , ।

 " हेलो जाना कैसी हो ? , , " ।

 साची उस आदमी की आवाज , , , , सुन कर शौक हो जाती है , , ।

और अपनी बड़ी - बड़ी आंखें , , , , कर - कर कुछ देर के लिए जम जाती है , , ।

 साची को कुछ ना बोलता देख , , , , वो इंसान दोबारा साची से उसे छोड़ते हुए कहता है , , ।

" क्या हुआ जाना तुम कुछ , , , , बोल क्यों नहीं रही हो , , ।

क्या अभी भी मेरे होठों ने , , , , तुम्हारे होठों को कैद कर रखा है क्या , , " ।

 सांची उस इंसान की बात सुन , , , , कर गुस्से से तमतमा ति और उससे कहती है , , ।

 " आपकी हिम्मत कैसे हुई , , , , मुझे फोन करने की , , ।

और मेरा नंबर आपके , , , , पास आया कहा से , , " ।

 साची की बात आरव मुस्कुराता , , , , है और उससे कहता है , , ।

 " शायद तुम भूल रही हो जाना , , , , कि मैं कौन हूं मैं आरव प्रताप सिंह हूं , , ।

मेरे लिए किसी का नंबर निकाल , , , , ना इतनी बड़ी बात नहीं है , , ।

 फ़िलहाल यह सब छोड़ो मैने , , , , तुम्हे एक बात बताने के लिए फोन किया है , , ।

 तो मैं यह कहना चाहता हूं कि , , , , आज संडे है तुम्हारे कॉलेज की छुट्टी है , , ।

 तो मैं चाहता हूं कि आज का , , , , पूरा दिन तुम मेरे साथ बताओगी , , ।

तो मैं तुम्हें तुम्हें लेने के लिए , , , , गाड़ी भेज दूंगा तैयार रहना , , " ।

 आरव की बात सुन कर साची , , , , उससे गुस्से से कहती है , , ।

" आपका दिमाग खराब है आरव जी , , , , या मैं आपको आपकी हवेली की , , ।

कोई गुलाम लगती हूं जो , , , , आपके इसरो पर पर नाचूंगी , , ।

 ना तो मुझे आपकी शक्ल देखने , , , , में इंटरैस्ट है और न ही आप के साथ कही जाने में , , ।

मैं आपके साथ 1 मिनट न बिताऊ , , , , आप तो पूरा दिन बिताने की बात कर रहे है , , ।

 इसीलिए बेकार में अपने , , , , कार भेज कर उसे खराब करवाने का रिस्क मत लेना , , ।

वरना आपकी उस गाड़ी का भी , , , , वही हाल करूंगी , , ।

जो आपकी पसंदीदा गाड़ी का , , , , किया था समझे , , ।

मुझे आपके साथ कहीं जाना है , , , , इसलिए दोबारा मुझे फोन भी मत कीजिएगा , , " ।

 यह कह कर सांची गुस्से , , , , से फोन कट कर देते हैं , , ।

 साची के फोन कट करने के बाद , , , , आरव अपने फोन को देखता है , , ।

और पर एक डेविल मुस्कान , , , , मुस्कुराकर खुद से कहता है , , ।

 " जाना जाना बहुत जिद्दी हो , , , , लेकिन मुझसे कम , , ।

 अगर मैंने यह कह दिया की , , , , तुम आज का दिन मेरे साथ बताओगी , , ।

तो वह दिन मेरे साथ बताना ही , , , , पड़ेगा अब वे तुम पर है , , ।

की तुम अपनी मर्जी से , , , , बताओगे या जबरदस्ती से , , " ।

 ये कह कर आरव , , , , वॉशरूम में चला जाता है , , ।

 वही साची फोन कट करने के , , , , बाद उसे साइड में रख कर , , ।

कॉफी का एक सिप लेते , , , , हुए कुछ सोचती है और खुद से कहती हैं , , ।

 " बड़े आये मुझे अपने साथ ले , , , , जाने वाले जब घर पर रहूंगी नहीं तो ले जाएंगे कैसे ? , , ।

 अच्छा हुआ जो हम सारे दोस्त , , , , असाइनमेंट के लिए आज मिलने वाले है , , ।

वरना यह पागल इंसान , , , , कुछ भी कर सकता है , , " ।

 ये कह कर साची अपनी कॉफी , , , , पीते हैं और अपने कमरे में रेडी होने चली जाती है , , ।

प्रताप मेंशन । ।

पूनम जी अपने कमरे में , , , , बिस्टर पर बेठी कुछ सोच रही थी , , ।

तभी सांध्य उनके कमरे में आती है , , ।

संध्या जब पूनम जी के कमरे , , , , में आती है तो अपनी माँ की किसी सोच में , , ।

गम देख उनके पास जाती है , , , , और उनजे पास बैठ कर , , ।

उन्हें साइड से अपने गले लगा कर , , , , आगे - पीछे हिलाने लगती है , , ।

संध्या के गले लगाने से , , , , प्यंम जी अपनी सेन्स में आती है , , ।

और मुस्करा कर संध्या , , , , के ग्याल पर हाथ रख कर उससे प्यार से पूछती है , , ।

" क्या बात है आज , , , , हमारी लाडो कॉलेज नही गयी , , " ।

पूनम जी की बात सुन कर , , , , संध्या उनके कंधे पर सर रख कर , , ।

उनसे कहती है , , ।

" नही गई क्योंकि आज संडे है , , , , मेरी छोड़िये अपनी बातेये , , ।

आप किस सोच में गुम है ? , , , , क्या फिर से मेरे भाई सा ने कुछ किया है क्या ? , , " ।

 संध्या की बात सुन कर पूनम जी , , , , मुस्कुराती हैं और उससे कहती हैं , , ।

 " हां किया है लेकिन इस बार , , , , आपके बड़े भाई सा ने नहीं छोटे भाई स ने किया है , , " ।

 संध्या पूनम जी की बात सुन कर , , , , उनसे अलग होती है और कहती है , , ।

 " तो उसकी फिक्र आप क्यों करती , , , , है मासा क्योंकि जब छोटे भाई स ने कुछ किया है , , ।

तो उसकी फिक्र तो बड़े भाई सा , , , , को होनी चाहिए न , , ।

 क्योंकि आज तक छोटे भाई सा , , , , की हुई हर हरकत को अभय भाई सा ही तो समलती हैं , , " ।

 संध्या की बात सुन कर पूनम जी , , , , मुस्कुराती हैं , , ।

और उसके गाल पर प्यार से , , , , हाथ रख कर उससे कहती हैं , , ।

" नहीं बेटा है इस बार जो आपके, , , , छोटे भाई सा ने किया है उसे हमें ही संभालना है , , ।

 क्योंकि एक बार आपके छोटे , , , , भाई सा ने कोई गड़बड़ नहीं कि है , , ।

बल्कि प्यार किया है किसी से , , " ।

 पूनम जी की बात सुन कर संध्या , , , , हैरान हो जाती है , , ।

और उनसे हैरान होते हुए , , , , उनसे कहती है , , ।

 " प्यार वह भी छोटे आरव भाई सा , , , , को मैं नहीं मानती मासा , , ।

 मैं एक पल को यह मान सकती हूं , , , , कि आरव भाई सा ने अपने ग़ुस्से पर , , , , कॉन्ट्रोल करना सीख लिया है , , ।

 लेकिन मैं ये नहीं मान सकती की , , , , उन्हें कोई लड़की पसंद आ गई है , , ।

 आप जानते हैं ना बड़े भाई सा , , , , की तरह छोटे भाई स को भी लड़कियों , , , , को इतना पसंद नहीं करते हैं , , " ।

 संध्या की बात सुन कर पूनम जी , , , , थोड़ी परेशान होकर उस कहती हैं , , ।

" इस बात पर तो हमें भी यकीन , , , , नहीं हो रहा है लेकिन अभय ने खुद कहा है , , ।

कि आरव को सांची पसंद है और , , , , वो उस से शादी करना चाहते हैं , , ।

 पुमन जी की बात सुन कर , , , , संध्या कुछ सोचते हुए उनसे कहती है , , ।

 " क्या ! क्या नाम बताया आपने , , , , साची अगर मैं गलत नहीं हूं , , ।

 तो यह आपकी दोस्त की , , , , छोटी बेटी का नाम है , , ।

 मतलब आरव भाई सा को साची , , , , पसंद है मतलब आपकी दोस्त की छोटी बेटी पसंद है , , ।

 लेकिन वह आरव भाई सा से , , , , कब और कैसे मिली , , " ।

 संध्या की बात सुन कर पूनम जी , , , , उसे सांची के घर आने वाली बात बता देती हैं , , ।

 पूनम जी की बात सुन कर , , , , संध्या खुश होते हुए उन से कहती है , , ।

" तो इसमें इतना सोचने वाली , , , , क्या बात है मांसा अगर आरव भाई स को , , ।

साची पसंद है तो , , , , करा दीजिए शादी वैसे भी आप के लिए तो अच्छी बात है , , ।

आपकी सहेली की दोनों बेटियों , , , , आपके घर की बहू बनेगी , , " ।

 संध्या की बात सुन कर पूनम जी , , , , बिस्टर से खड़ी होती हैं , , ।

और कुछ कदम आगे चलते हुए , , , , परेशान होते हुए उसे कहते हैं , , ।

 " नहीं संध्या इतना आसान नहीं है , , , , आप आरव के गुस्से को जानती हैं , , ।

 उसी तरह हम साची को जानते हैं , , , , बच्ची है , , ।

पूरी हर बात पर किसी न किसी , , , , से कर लड़ाई झगड़े करती रहती है , , ।

अभी भी बचपना बहोत है उनमें , , , , हमे उनकी शादी से प्रॉब्लम नही है लेकिन , , ।

 अगर हमने उनकी शादी करा दे , , , , और कहीं आगे चल कर , , ।

 साची की किसी शरारत से तंग , , , , आकर आरव ने अपने अपने गुस्से में उनके , , , , साथ कुछ कर दिया , , ।

 और आप जानती हसि न कि आरव का , , , , गुस्सा कितना खतरनाक है , , ।

 पूनम जी बात तो सही कह , , , , रही थी कि आरव का गुस्सा बहुत खतरनाक है , , ।

जिसकी एक झलक हमारी साची , , , , जल्द देखने वाली थी , , ।

जीसे दे खकर हमारी साची , , , , शायद जिंदगी में पहली बार , , ।

किसी से डरने लगएगई , , ।

 प्रेम जी की बात सुन कर , , , , संध्या बिसिव्र खड़ी होती है , , ।

और उनके पास जाकर उनका , , , , हाथ अपने हाथों में थाम , , , , कर उनसे उससे प्यार से कहती है , , ।

 " मासा कभी - कभी तो मुझे , , , , लगता है कि आप को आदत है टेंशन लेने की , , ।

 इसीलिए तो जो अभी तक हुआ ही , , , , नहीं उस चीज की टेंशन ले रह है , , ।

 आप ये क्यों सोच रही है को , , , , आगे चल कर आरव भाइ सा , , ।

और सांची के बीच में कुछ गड़बड़ , , , , होगी हो सकता है कि कुछ गड़बड़ ना हो , , ।

आप इतना नेगेटिव क्यों , , , , सोच रही है कुछ नही होगा सब ठीक होगा , , ।

अच्छा मैं आपको ये बताने आई , , , , थी कि वो माली काका बुला रहे थे आप को , , " ।

ये कह कर संध्या वहाँ से , , , , चली जाती है , , ।

संध्या के जाने के बाद , , , , पूनम जी कुछ सोचते हुए , , ।

खुद से कहती है , , ।

" शयाफ संध्या सही कह , , , , रही है हम बेकार में ही टेंशन ले रहे है , , ।

सब ठीक ही होगा , , , , हम अभी नीलम से आरव और साची की शादी की बात करते है , , " ।

ये कह कर पूनम जी अपना , , , , फ़ोन उठती है और नीलम जी को फोन करने लगती है , , ।

पूनम जी नीलम जी को , , , , कॉल कर रही थी , , ।

पर नीलम जी फोन उठा , , , , नही रही थी , , ।

जब कई बार कॉल , , , , लगाने पर नीलम जी का कॉल नही उठती है , , ।

तो नीलम जी बाद में , , , , कोसिस करुँगी बोल कर मेंशन के बाहर , , ।

गार्डन की तरफ चली जाती है , , ।

Dear रीडर्स । तो आप को क्या लगता है ? , , , , क्या पूनम जी का डर सही है ? , , , , और आरव ऐसा क्या , , , , करने वाला है साची , , , , के साथ जिस से , , , , वो उससे डरने लगेगी ? , , , , अपना जवाब मुझे कमेंट , , , , कर - कर जरूर बताएं , , , , और , , , , आप को आज का , , , , चैप्टर कैसा लगा मुझे , , , , कमेंट कर - कर जरूर बतये । ।

तब तक के लिए Take Care । ।