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You and Me v/s society

नाईशा एक बिजनेस वूमन हैं। जिसकी मौजूदगी से लोग कांप जाते हैं । वो जिसे लोग अंडरवाल्ड की क्वीन के नाम से जानते हैं । वही इनाया एक सिंपल सी लड़की हैं जिसका पूरा परिवार एक हादसे में खत्म हो गया । जब दोनो एक दूसरे से टकराएंगे तो क्या वो एक दूसरे के हमदर्द बन पायेंगे या समाज के नियमो के भंवर में फसकर एक दूजे से दूर हो जाएंगे। जानने के लिए पढ़े........ You And Me v|s society

unknown_mystery1 · Urban
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1. नाईशा सिंग

मासूमियत से भरा चेहरा, पर आंखो में ठंडक भरा एहसास। कोई चेहरा देखे तो तो पिघल जाए । नज़र मिलते ही काप जाए। होटों पे कातिलाना मुस्कान लिए "नाईशा" पार्टी में एंट्री लेती हैं। साथ में उसका एसिस्टेट "आकर्ष गुप्ता" और बॉडीगार्ड "तान्या ठाकुर" उसका पीछा करते हैं।

नाईशा सिंग परिवार की बेटी और सिंग कॉर्पोरेशन के लिगल एंड अंडरवॉल्ड बिजनेस की करेंट 'सीईओ' हैं। कंपनी के बढ़ते हुऐ प्रॉफिट्स के सेलिब्रेशन में आज की ये पार्टी रही हुई थी। पार्टी में फैमिली मेंबर्स, सिंग कॉर्पोरेशन के हायर मैनेजमेंट के अधिकारी, कुछ जरूरी स्टॉफ मेंबर्स, और कुछ बिजनेस पार्टनर्स आए हुऐ थे। नाईशा के आते ही पार्टी में सेलिब्रेशन चालू हो गया। नाईशा को देख कर सब खुश होते हैं । आज वो हमेशा के अपने टफ बिजनेस वूमन के पर्सनेलिटी से अलग लग रही थी। वो हमेशा सबके सामने एक स्ट्रॉ`ग, कॉम एंड कंपोज्ड लगती थी। पर आज कुछ अलग था आज वो रोज के बिजनेस सूट की जगह लेटेस्ट फैशन का ब्लैक गाऊन, पैरों में फॉर्मल शूज के जगह हाई हील, हाथों में ब्रेसलेट, गले में चमचमाता डायमंड का नेकलेस , बालों को करीने से जुडे में बांधा गया था। कोई भी उसे एक नज़र देखे तो देखता ही रह जाये। सब उसके खूबसूरती में खोए हुए थे पर कोई उसके आंखो में नही देख सकता था उसकी एक नज़र ही लोगो के खड़े खड़े जमाने की ताकत रखती थी । उसकी आंखो के ठंडक को तो सब महसूस कर सकता था पर को दर्द उसकी आंखो में था वो किसी को नज़र नही आता था।

हां वो दर्द था जो ठंडक बनके उसकी आंखो में था। उसका दर्द, अपनी मां के दूर जाने का दर्द, अपने सपने टूटने का दर्द। आज पार्टी में सबको खुश और एंजॉय करते देख कर उसे अपने टूटे हुए सपने की याद आई , वो एक फेमस वायलिन प्लेयर बनना चाहती थी। अपनी मां की तरह उसके मां के जाने के बाद एक यही तो चीज थी जो उसे सुकून देती थी। पर उसके दादाजी ने उसके सपनों को कुचल कर सत्रह साल की एज में उसके हातों में अंडरवर्ल्ड को सारी जिमेदारिया सौप दी। उसे मजबूर किया अपनी जिंदगी को अपने परिवार समर्पित करने के लिऐ। आखिर क्या थी वो वजह, जिसकी लिऐ से छोड़ने पडे नाईशा को अपने सपने ?

थोड़ी देर नाईशा सबसे बातें करके एक कोने में रखे काउच पर जाके बैठ जाती हैं। और अपने खयालों में को जाती हैं । 10 साल पहले जब वो सिर्फ 13 साल की थी। शाम के समय स्कूल से घर आते ही नाईशा भागते हुए अपनी मां को ढूंढने लगी और जोर से आवाज लगाने लगी । 'मम्मी', मम्मी कहा हो, आपने मुझे आज वायलिन सिखाने का वादा किया था। तभी अपने कमरे से उसकी बुआ "स्वाती सिंग वर्मा" की बेटी "स्वीटी वर्मा" जो उससे एज में 4 साल बड़ी थी वो उसके पास आके बोलती हैं, तुम्हारी मम्मी अभी कभी भी नहीं आएगी तुमरे पास। मैने मेरी मां को नानाजी से बात करते सुना था की तुम्हारी मम्मी चली गई हैं।