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Shetu 4646

Author: Daoistkcr7h6
History
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What is Shetu 4646

Read Shetu 4646 novel written by the author Daoistkcr7h6 on WebNovel, This serial novel genre is History stories, ✓ Newest updated ✓ All rights reserved

Synopsis

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प्रोडिजियस्ली अमेजिंग वेअपनस्मिथ

जब कचरे समान माना जाने वाला व्यक्ति अचानक बुद्धिमान माना जाने लगे तो इस एक शब्द में कहा जाएगा - भयंकर| इसी को दो शब्दों में कहा जाएगा - दो मुँहा| यदि तीन शब्दों में कहना हो तो - स्वर्ग का अवहेलक | वह शस्त्रीकरण की सबसे महत्वपूर्ण गुरु थी| एक वंश से गुज़रते हुए वह एक ऐसी युवती बन गई थी जिसे लोगों द्वारा जिल्लत और अपमान मिला| प्राचीन जानवर? कितना अपमानजनक था यह ...या तो वह एक आज्ञाकारी पालतू जानवर की तरह व्यवहार करे या फिर उसे क़त्ल कर दिया जाए| नवे स्तर की प्रतिभा...हजारों सालों में एकाध बार किसी में झलकने वाली दुर्लभ प्रतिभा...उसका जन्म देवी प्रतिभा के साथ हुआ था जो सारे बुद्धिमानों को मात देती थी| शस्त्रीकरण की सर्वोच्च गुरु और उसकी कोई कीमत नहीं? माफ़ कीजिए पर जो कटोरा वह अपनी बिल्लियों को खाना खिलाने के लिए इस्तेमाल किया करती थी वह भी ईश्वरीय श्रेणी का था| उसके पास ऐसी ऑंखें थीं जो हर चीज़ के आर-पार देख सकती थी, फिर भी बस एक चीज़ ऐसी थी जिसे वह आर-पार न देख सकती थी - उस को... अपनी कुटिल मुस्कान को उजागर करते हुए उस राजा ने अपना बेल्ट ढीला करते हुए कहा, "क्या? इसके आर-पार नहीं देख पा रही हो? डरो मर, जब तुम कमरे में वापस आओगी तो धीरे-धीरे सब देख पाओगी| मैं तुम्हें सिर से पाँव तक अच्छी तरह से देखने की अनुमति दूँगा| "

Shui Qingqing · Fantasy
Not enough ratings
60 Chs

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