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Chapter 10

श्री का कमरा । ।

श्री जब जानी पहचानी आवाज़ , , , , को सुन कर सामने देखती है , , ।

तो वो शोकड हो जाती है , , ।

 और उसके मुंह से खुद ब खुद , , , , निकल जाता है , , ।

 " तुम , , " ।

 श्री अपने सामने अभय को देख कर , , , , श्री गुस्से से बिस्तर से खड़ी होती है , , ।

और उस से गुस्से से कहती है , , ।

 " तुम तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई है , , , , यहाँ आने की ? , , " ।

 श्री कहते - कहते रुक जाती है , , , , और कुछ सोच कर , , ।

उससे हैरानी से कहती है , , ।

 " 1 मिनट मतलब मतलब तुम वो , , , , लड़के हो जिस के साथ मेरी शादी तय हुई थी , , ।

 मेरी मां की बचपन की दोस्त , , , , तुम्हारी मां है और उनके बेटे तुम , , ।

 मेरी शादी तुमसे नहीं मैं तुम , , , , जैसे घटिया इंसान से शादी कभी नहीं करूंगी , , ।

 मैं अभी जाती हु और अपनी मां , , , , और तुम्हारी मा दोनों को तुम्हारी हसलियत बताती हु , , ।

 मुझे पूरा यकीन है कि तुम्हारी , , , , सच्चाई जानने के बाद व्व खुद इस रिश्ते को ना कह देंगे , , " ।

 ये कह कर श्री कमरे से , , , , बाहर जाने लगती है , , ।

 पर इससे पहले श्री कमरे से बाहर , , , , जा पाती अभय उसका हाथ पकड़ कर , , ।

उसे दोबारा बिस्तर , , , , पर धकेल देता है , , ।

 अभय की धकेलने की वजह से , , , , श्री मुँह के बल बिस्तर पर गिरती है , , ।

 और फिर अपना चेहरा उठा कर , , , , अभय को ग़ुस्से से गुरने लगती है , , ।

 अभय उसे देख कर एक , , , , तिरछी मुस्कान मुस्कुराता है , , ।

और अपना एक पर बिस्टर पर रख कर , , , , उसकी तसर्फ थोड़ा झुक कर उससे कहता है , , ।

" ऐसा करने के बारे में सोचना भी मत , , , , मिस मिश्रा वरना कहीं ऐसा ना हो कि , , ।

यहां ये रिश्ता टूटे और वहां तुम्हारी , , , , बहन की सांसो की डोर टूटे , , " ।

 श्री उसकी बात सुन कर चौंक जाती है , , , , और बिस्तर खड़े होकर उसे गुस्से से कहती है , , ।

 " क्या बकवास कर रहे हो , , , , मतलब क्या है तुम्हसरे ? , , " ।

 अभय उसकी बात सुन कर , , , , उसके चारों तरफ घूमते हुए उससे अत्तिटुडे कहता है , , ।

 " तुम्हारी लाडली बहन सांची कॉलेज , , , , गई है ना सोचो अगर वह वापस ही ना आए , , " ।

 श्री उसके मुंह से सांची का नाम , , , , सु नकर गुस्से से भर जाती है , , ।

और उससे गुस्से से कहती है , , ।

 " खबरदार जो मेरी मासूम बहन , , , , का नाम भी अपनी जबान से निकाला तो , , ।

 और मैं तुम्हारी धमकी से , , , , डरने वाली नहीं हूं समझे , , ।

 मैं अभी बाहर जाऊंगी और इस , , , , रिश्ते के लिए मना भी करूंगी , , ।

और तुम्हारी असलियत तुम्हारे , , , , और अपने परिवार के सामने भी लाएंगे , , " ।

 यह कह कर श्री उस कमरे , , , , से बाहर जाने लगती है , , ।

 लेकिन इससे पहले श्री दरवाजे , , , , तक पहुंच पाती अभय की आवाज उसके कानों में पढ़ती है , , ।

 " मैं धमकी नहीं देता मिस मिश्रा , , , , क्या तुम्हें पता है कि तुम्हारी बहन सांची इस वक्त कहा है ? , , " ।

 श्री उसकी बात सुन कर , , , , उसकी तरफ पलट ती है , , ।

 श्री के पलटते ही अभय अपने , , , , फोन में एक वीडियो चलता है , , ।

और उसकी तरफ दिखाते , , , , हुए से कहता है , , ।

 " मैं धमकी नही देता कर कर , , , , दिखता हु और इसका एक्सएम्पले खुद देख लो , , " ।

 यह कह कर अविराज अपनी , , , , फोन की स्क्रीन उसकी तरफ कर देता है , , ।

जब श्री उसके फ़ोन की स्क्रीन को , , , , देखती है तो शोकफ हो जाती है , , ।

 क्योंकि श्री उसके फोन में देखती है , , , , कि साची और प्रशांत फोटो शॉप के , , , , बाहर बाइक पार कर रहे हैं , , ।

 प्रशांत बाइक पर कर रहा था , , , , और सांची रोड क्रॉस करने की कोशिश कर रही थी , , ।

 सांची रोड क्रॉस कर ही रही थी , , , , कि तभी एक ट्रक दूर से तेजी से उसकी तरफ , , , , आता हुआ दिखाई देता है , , ।

 उस ट्रक को सांची की तरफ , , , , आता देख श्री पैनिक करने लगती है , , ।

और घबराहट से अभय के फोन , , , , को अपने हाथ में ले लेती है , , ।

 दूसरी तरफ वो ट्रक लगभग सांची , , , , के बहुत पास पहुंच गया था , , ।

 पर इससे पहले वह साची को , , , , टक्कर मारता प्रशांत उसे अपनी तरफ खींच लेता है , , ।

 और साची उस ट्रक से , , , , टकराते - टकराते बचती है , , ।

 प्रशांत उसे अपनि तरफ खींच , , , , कर उसे डांटते हुए उससे कहता है , , ।

 " पागल हो गयी है क्या ? , , , , अभी तो एक्सीडेंट हो जाता तो , , ।

कुछ देर इंतजार नहीं कर , , , , सकती हो मैं आ रहा था ना , , " ।

 यह कह कर प्रशांत सांची का , , , , हाथ पकड़ता है और उस से बचते - बचाते हुए , , ।

रोड क्रॉस करा कर फोटो कॉपी , , , , की शॉप के अंदर चले जाते है , , ।

 यह होते ही अभय श्री के हाथ , , , , से वह अपना फोन ले लेता है , , ।

और उसे डराते हुए , , , , उससे कहता है , , ।

 " अभी तो इस लड़के ने तुम्हारी , , , , बहन को बचा लिया , , ।

लेकिन यह लड़का बार - बार तो , , , , तुम्हारी बहन को बचाने के लिए नहीं आएगा , , ।

अगर तुम अपनी बहन को बचाना , , , , छस्ती हो तो चुप चाप इस शादी के लिए हा कह दो , , ।

 और अगर बाहर जाकर तुमने , , , , इस रिश्ते के लिए मना किया या कोई भी ड्रामा किया , , ।

 तो तुम दोबारा अपनी बहन , , , , को देख नहीं पाओगी , , ।

 तो फैसला तुम्हारे हाथ में है कि , , , , तुम्हे अपनी जिंदगी को बर्बाद होने से बचाना है , , ।

या अपनी अपनी बहन की जिंदगी , , , , को खत्म होने से बचाना है , , " ।

 श्री जब उसकी बात सुनती है तो , , , , उसकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं , , ।

 और वह डरते हुए , , , , उससे कहती है , , ।

 " नहीं नहीं प्लीज मेरी बहन , , , , को कुछ मत करो तुम जैसा कहोगे , , ।

मैं वैसा ही करूंगी प्लीज , , , , मेरी सांचु को कुछ मत करना , , " ।

 यह कहते हुए श्री अपने हाथ जोड़ते , , , , हुए जमीन पर रोते हुए बैठ जाती है , , ।

 और जोर - जोर से रोने लगती है , , ।

 अभय उसे रोता देख एक , , , , डेविल मुस्कान मुस्कुराता है , , ।

 और उसके पास अपने पंजों के , , , , बल बैठ कर उसके आंसू को अपनी उंगली , , , , पर लेकर उससे कहता है , , ।

 अपने इन आंसुओं को बचा कर , , , , रखो मिस मिश्रा क्योंकि आगे चल , , ।

कर तुम्हे इनकी बहोत जरुरत , , , , पफने वाली है आगे बहोत मौके मिलेंगे तुम्हे इन्हें बहाने के , , ।

 अभी तो सिर्फ शुरुआत है मुझ , , , , पर हाथ उठाने की सजा तुम ज़िंदगी भर भुगटोगी , , ।

मुझे मारे गए थप्पड़ की गूंज , , , , तुम्हें जिंदगी भर सुनाई देगी , , ।

 श्री अभय की बात सुन कर उसे , , , , अपनी आसुओ से भरी हुई नजरों से देखने लगती है , , ।

 तभी श्री के कमरे के दरवाजे पर , , , , दस्तक होती है , ,कि।

और बाहर से नीलम जी , , , , की आवाज आती है , , ।

 " बातें हो गई हो तो बाहर आ , , , , जाओ बेटा सब तुम्हारे जवाब का इंतजार कर रहे हैं , , " ।

 नीलम जी की आवाज को सुन कर , , , , अभय श्री की तरफ देख कर मुस्कुराता है , , ।

और उससे कहता है , , ।

" चले मिस मिश्रा तुम्हारा परिवार , , , , बड़ी बेसब्री से तुम्हारी हा का इंतजार कर रहा है , , ।

 मुझे उम्मीद है कि तुम हा ही , , , , कहोगी वरना तुम्हारी ना , , ।

तुम्हरी बहन की जिंदगी के , , , , साथ कुछ भी कर सकती है , , " ।

 यह कह कर अभय उस कमरे , , , , से बाहर चला जाता है , , ।

 उसके जाने के बाद श्री अपने , , , , आंसू पहुंचती है और खुद को नार्मल कर कर , , ।

कमरे से बाहर निकल जाती है , , ।

 श्री के कमरे से बाहर आते ही , , , , नीलम जी उसके पास आती हैं , , ।

और उसके चेहरे पर हाथ रख कर , , , , उसे उम्मीद भरी नजरों से , , , , देखते हुए उससे पूछती हैं , , ।

 " तो क्या फैसला किया तुमने , , , , तुझे ये रिश्ता मंजूर है या . . . . " ।

 नीलम जी की बात सुन कर , , , , श्री एक नजर अभय को देखती है , , ।

 जो पहले से ही अपने फोन को , , , , अपने हाथ में घुमाते हुए , , ।

उसे ही एक डेविल मुस्कान , , , , के साथ देख रहा था , , ।

 श्री एक नजर उसकी मुस्कान को , , , , देख कर अपनी मां की तरफ देखती है , , ।

और अपनी नजरें झुका , , , , कर उनसे कहती है , , ।

 " मुझे ये रिश्ता मंजूर है , , , , मैं इस शादी के लिए तैयार हूं , , " ।

 यह कह कर श्री अपने कमरे , , , , में वापस चली जाती है , , ।

क्योंकि वह अपने आंसुओं , , , , को बहने से रोक नहीं पा रही थी , , ।

 उसकी बात सुन कर नीलम जी , , , , खुश हो जाती हैं और सभी से जोर से कहती हैं , , ।

" श्री की हां है वह इस , , , , शादी के लिए तैयार है , , " ।

 नीलम जी की बात सुन कर , , , , सब लोग खुश हो जाते हैं , , ।

और एक दूसरे के गले , , , , लग कर एक दूसरे को , , , , मुबारक बाद देते हैं और मिठाई खिलाते हैं , , ।

 सब लोग खुश हो रहे थे और , , , , अभय के चेहरे पर एक शातिर मुस्कान थी , , ।

अभय मुस्कराते हुए अपने , , , , मन में खुद से कहता है , , ।

" अब देखो मिस मिश्रा तुम्हारी , , , , बहन को मोहरा बना कर , , ।

कैसे मैं तुम्हारी जिंदगी , , , , को बर्बाद करता हूं , , ।

 मैं तुम्हारी जिंदगी को नर्क से भी , , , , बदतर बना दूंगा तुम्हें इतना तड़पाउगा , , ।

कि तुम मेरे सामने मौत की भीख मांगोगी , , , , और मैं तुम्हें वह भी नसीब नहीं होने दूंगा , , ।

 अब तुम्हें एहसास होगा कि , , , , तुमने कितनी बड़ी गलती की है , , ।

अभय प्रताप सिंह पर हाथ उठा कर , , , , आज से तुम्हारा बुरा वक्त शुरू , , " ।

 अभय यह सोच ही रहा था कि , , , , तभी उसके फोन पर कॉल आता है , , ।

 अभय उस फोन को पिक कर , , , , कर उस पर कुछ बात करता है , , ।

और अपने परिवार से जरूरी काम , , , , कह कर वहां से चला जाता है , , ।

 अभय के जाने के बाद पूनम जी , , , , और देवराज जी नीलम जी और राजेश जी , , ।

के साथ बैठ कर आगे , , , , सब कैसे करना है उसके बारे में बाते करने लगते है , , ।

वो लोग कुछ देर बाते करते है , , , , और फिर वहा से जाने लगते है , , ।

वो लोग अभी दरवाज़े तक , , , , पहोचे ही थे कि तभी उनकी नज़र सामने से आती साची पर पड़ती है , , ।

साची को देख कर सब , , , , और खुश हो जाते है , , ।

वही साची की नज़र जब सब पर , , , , पड़ती है तो वो थोड़ी शोकड हो जाती है , , ।

और व्व जल्दी से पूनम जी के , , , , पास जाती है और उनसे कव्हति है , , ।

" आंटी आप ? आप तो वो , , , , मिंदर में . . . . " ।

साची ये बोल ही रही थी , , , , की तभी पूनम जी उसका हाथ पकड़ कर उससे कहती है , , ।

" हा में वही हु जो तुम्हें और तुम्हारी बहन . . . . " ।

पूनम जी बोलते - बोलते रुक जाती है , , , , और गिर मुस्कार कर कहती है , , ।

" नही नही तुम्हें और अपनी बहू से , , , , मिलने आती थी मैं ही तुम्हारी मा की बचपन की दोस्त हु , , ।

और तुम्हारी दिदु की , , , , सास भी , , " ।

 सांची जब वह पूनम जी के मुंह से , , , , बहू और सास सुनती है , , ।

तो वो थोड़ी चौक , , , , कर उनसे कहती है , , ।

" मतलब दिदु ने शादी करने , , , , के लिए हा कह दी , , " ।

 साची की बात सुन कर सब , , , , लोग एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते हैं , , ।

और अपना सर हमें हिला देते हैं , , ।

 सांची उन लोग को मुस्कुराता , , , , देख कुछ सोचती है , , ।

और फिर अपनी गर्दन उचक कर , , , , इधर - उधर देखने लगती है , , ।

 उसे ऐसे इधर - उधर देखता , , , , पाकर नीलम जी उससे कहती हैं , , ।

 " इधर - उधर क्या देख रही है बेटा ? , , " ।

 नीलम जी की बात सुन कर साची , , , , बिना उन पर ज्यादा ध्यान दिए धीरे से कहती हैं , , ।

 " देख रही हूं मां की कौन है वो , , , , इंसान जिसे मेरी दीदु ने पहली मुलाकात में देख कर , , ।

ही उनसे शादी के , , , , लिए हां कह दी , , " ।

 सांची की बात सुन कर , , , , पूनम जी मुस्कुराते हैं , , ।

और उसके चेहरे पर हाथ , , , , रख कर उससे प्यार से कहती है , , ।

 " जिसे तू ढूढ रही है वह , , , , यहां नहीं है बेटा अभय को कुछ काम था , , ।

तो वह चला गया पर तू फिक्र , , , , मत कर तू बहुत जल्द से मिलेगी , , ।

 अब तो मिलना - मिलाना होता रहेगा , , " ।

 यह कह कर पूनम जी , , , , नीलम जी और राजेश जी के सामने हाथ जोड़ती है , , ।

और उनसे कहते हैं , , ।

 " अच्छा अब हम चलते हैं लेकिन , , , , बहुत जल्द आएंगे अपनी बहू को लेने , , ।

 वो भी बैंड बाजे के साथ , , " ।

 यह कह कर पूनम जी और , , , , देवराज जी सांची के सर पर प्यार , , , , से हाथ फिर कर वहां से चले जाते हैं , , ।

 उनके जाते ही सांची , , , , नीलम जी से पूछती है , , ।

 " मा दिदु कहां है ? , , " ।

 साची की बात सुन कर नीलम जी , , , , उसे श्री के कमरे की तरफ इशारा कर देती हैं , , ।

 नीलम जी का इशारा पाकर साची , , , , जल्दी से श्री के कमरे की तरफ चली जाती है , , ।

 श्री जो अपने कमरे में बिस्तर पर , , , , बैठी जोर - जोर से रो रही थी , , ।

 तभी कमरे दरवाजा खुलता है , , , , और साची कमरे में आती है , , ।

 दरवाजे खुलने की आवाज , , , , सुन कर श्री जल्दी से अपने आंसू पहुंच लेती है , , ।

 साची उसके पास खड़े होकर , , , , उससे हल्के गुस्से में कहती है , , ।

 " दिदु आपने शादी के लिए हां , , , , क्यों कह दी आपने मुझसे सुबह कहा था , , ।

की आप उस इंसान से मिलेंगी , , , , और फिर मना कर देंगी , , ।

 आपने उसमे ऐसा क्या देख लिया , , , , जो आपने पहली मुलाकात में उसे हां कह दी , , " ।

 सांची श्री से सब बोले जा रही थी , , , , और श्री अपनी आंखों में आंसू लिए , , ।

उसकी बातें सुन रही थी , , ।

 जब सांची देखती है कि श्री उसकी , , , , बातों का कोई जवाब नहीं दे रही है , , ।

 और वो उके सामने बिस्तर , , , , पर बैठ जाती है , , ।

 साची जब श्री के सामने बैठ कर , , , , जब उसके चेहरे को देखती है , , ।

तो वह शांत हो जाती है , , ।

 Dear रीडर । तो आप को क्या लगता है ? , , , , कि क्या श्री सांची को , , , , अभय के बारे में बता देगी ? , , , , या श्री अपनी बहन के , , , , लिए अपनी जिंदगी को बर्बाद कर देगी ? , , , , अपना जवाब मुझे कमेंट , , , , कर के जरूर बताएं , , , , और Guys जिस सांची और , , , , आरव की पहली मुलाकात , , , , का आप लोगों को , , , , बेसब्री से इंतजार था , , , , तो नेक्स्ट एपिसोड में , , , , आप लोगों को आरव , , , , और साची की अनोकी और , , , , अलग मुलाकात देखने को , , , , मिलेग अगर आज के , , , , चैप्टर पर आप लोगों ने , , , , बड़े - बड़े और ढेर , , , , सारे कमेंट और लाइक , , , , किए तो मैं उनकी अनोखी , , , , मुलाकात का चैप्टर आप , , , , लोगों को कल सुबह , , , , ही दे दूंगी तो अगर , , , , आप लोगों को उनकी, , , , मुलाकात का चैप्टर जल्दी , , , , चाहिए तो जल्दी - जल्दी , , , , मेरे चैप्टर पर बड़े - बड़े , , , , लाइक और कमेंट करें , , , , और मेरी इस कहानी , , , , को जितना हो सके , , , , उतना शेयर करें और , , , , एक और बात Rashuu ji मैं , , , , देख रही हूं की आप , , , , मेरे चैप्टर्स पर कमेंट , , , , नहीं करते हैं मेरी , , , , इस स्टोरी को न्यू स्टार्ट , , , , करने के लिए सबसे , , , , ज्यादा आपकी तरफ से , , , , ही रिक्वेस्ट आई थी , , , , और आप हैं कि , , , , कमेंट ही नहीं करती हैं , , , , मुझे बाकी सब के , , , , साथ - साथ आप के कमेंट , , , , का भी बेसब्री से , , , , इंतजार रहता है क्योंकि , , , , आप ही है जो मेरे , , , , हर चैप्टर पर सबसे , , , , बड़ा कमेंट लिखती है , , , , जिसे पढ़ कर मुझे , , , , बहुत अच्छा लगता है , , , , तो प्लीज आप मुझे , , , , जरूर बताएं की क्या , , , , बात है क्या अब , , , , आप को मेरी यह स्टोरी , , , , अच्छी नहीं लगती है , , , , जो आप कमेंट और , , , , लाइक नहीं करती हैं , , , , और Guys कल का , , , , चैप्टर सच में बहुत अच्छा , , , , होने वाला है क्योंकि , , , , हमारे आरव और हमारी , , , , साची दोनों ही काफी , , , , अलग है तो उनकी , , , , पहली मुलाकात भी थोड़ी , , , , हटके और अनोखी होने , , , , वाली है तो जल्दी - जल्दी कमेंट करें , , , , और आज का चैप्टर , , , , आप को कैसा लगा, , , , मुझे कमेंट कर के , , , , जरूर बताएं । ।

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