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my horror real story.

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम सुशांत है ।आज मै आपको एक सच्ची घटना के बारे में बताने जा रहा हूं। ६ महीने पहले की बात है।मै और मेरे दोस्त अंकित ,विमल ,अभय,और प्रीया घूमने के लिए खंडलक के लिए निकले। हमारे सहर से खंडाला करीब २०० किलोमीटर था। करीब १२० किलोमीटर चलने के बाद हमारी कार रास्ते में खराब हो गई। रात भी हो चुकी थी। प्रीया बोली सुशांत अब ‌क्या होगा ।

मैंने बोला चलो चलकर किसी मेकेनिक को दूंडते हैं।

फिर हमें एक औरत मिली उसने बोला साहब कहा जा रहे हो अंकित ने बोला अम्मा जी हम लोगों की कार खराब हो गई है ।क्या यहां कहीं मेकेनिक मिलेगा। उस बूढ़ी औरत ने कहा मेकेनिक तो यहां से बहोत दूर मिलेगा।रात बहुत हो गई है पास में ही मेरा घर है। आओ चलके आराम करलो मै और मेरे दोस्त। उसके घर गए । बो हम सबके लिए चाय लेने के लिए गई करीब २० मिनट तक बो नहीं आती तो प्रिया उसे देखने गई। अंदर से प्रिया के चिल्लाने की आवाज आयी और हम लोग भाग कर गए ।तो देख कर आंखे खुली की खुली रह गई। कियू की दीवार पर उस औरत की तस्वीर लगी थी। जिस पर हार चडऻ हुआ था । हम लोग तुरंत भागे और देखा कि दरवाजा अपने आप बंद हो गया। और बो औरत सामने खड़ी थी। बो बोली साहब चाय तो पीते जाओ। हम लोग बहुत डर गए थे। हमने उससे बोला हमें जाने दो तभी एक आदमी ऊपर से आया जिसका सिर ही नहीं था हम लोग अंदर की तरफ भागे और कमरा बंद करलिया । अचानक प्रिया के चिल्लाने की आवाज़ आई और मै घबराकर उठा तो देखा सबके ८ बजे थे। बो मुझे जगा रही थी विमल मेकेनिक को लेने गया था ।तभी बो औरत चाय लेके आई । फिर हम लोग कांडला के लिए रवाना हुए । आगे जाने पर एक एक्सिडेंट हुआ था । जा कर देखा तो बो औरत थी। समझ नहीं आया कि इतनी जल्दी बो यहां कैसे आ गई । मै कार के पास गया । पीछे मुड़कर देखा तो कोई नहीं था। सिर्फ एक डरावना जंगल था ।और उसमे डरावनी आवाज जैसे कोई हमें बुला रहा हो। मैंने तुंरत कार भगाई और करीब ५० किलोमीटर चलने के बाद भी जंगल ख़तम नहीं हुआ। अचानक हमें एक झोपडी दिखाई पड़ी और हम लोग कार से उतर कर वहां गए। तो देखा की उस झोपडी में भी बो ही औरत थी। अब मै सब समझ गया था। मैंने दोस्तों से कहा जल्दी भागो । मैं बहुत तेज कार भगाई कार की स्पीड करीब १२० थी। की अचानक बो औरत कार के सामने आ गई और कार एक खंदी में जा गिरी और मै और मेरे सारे दोस्त घायेल हो गए थे। आंख खुली तो अस्पताल में थे । डॉक्टर से पता चला कि गांव के लोगो ने उन्हें अस्पताल में ले कर आए थे।।।।