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shayri

आज कल फिरता हू मे शहर शहर,

मगर ना आता हू तेरे शहर. ..

मेरी वफा की यादे जुड़ी हे तेरे शहर ...

यू तो तेरी बेवफाई का गम मेरे साथ साथ फिरता हे शहर शहर ...