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chapter 51

"हुह? क्या वह एक शर्मीली लड़की की तरह दिखती है ?"

बिल्कुल नहीं!

"मुझे शर्म नहीं आती।"

अर्जुन उसकी तरफ झुककर गहरी आवाज में बोला

"मुझे सबकुछ याद है।"

उसे उस रात बाथरूम के दरवाजे पर उसका रास्ता रोकना याद आया, उसे याद आया कि उसने उसे किश करने के लिए अपना सिर नीचे किया था, और उसे याद आया कि उसके शरीर का हर इंच उसके लिए चिल्ला रहा था ।

हालाँकि उसे याद नहीं था कि बाद में क्या हुआ, लेकिन यह पक्का है कि उन्होंने एक साथ कुछ किया था।

नैंसी ने अपनी आइब्रो उठाईं।

"तुम्हे क्या याद है ?"

"मुझे याद है कि हम एक साथ सोये थे।"

अर्जुन उसके एक्सप्रेशन देख कर अपना कॉन्फिडेंस खो रहा है ।

नैंसी ".."

[क्या वह उस तरह की लड़की है जो किसी के साथ सोएगी और उसे मना करेगी? ]

नैंसी ने होठों से मुस्कुरा कर कहा

"हम एक साथ सोए थे? आपके सपनों में? क्या आप महिलाओं के लिए इतने बेताब हैं, मिस्टर मेहरा ? क्या आपने मेरे साथ सोने के बारे में सोचा था?"

आमतौर पर शांत और समझदार रेहने वाला अर्जुन उसके शापित मुंह से गुस्से से इतना लाल हो गया था कि उसने रिज़नेबल होने की सारी एबिलिटी खो दी थी।

"नैंसी मलिक !"

"क्या?"

जब अर्जुन ने उसके चमकदार और मोहक गुलाबी होंठों को देखा, तो उसके शरीर में आग भड़क उठी पर उसने अपने आप को कैसे भी करके कंट्रोल किया ।

वह जानता है कि यह लड़की कितनी कोल्ड और टफ है।

अगर वह आज फिर फाॅर्स करके उसे किश करेगा तो वो फिर से भाग जायेगी.. और क्या वो उसे फिर से ढूंढ पायेगा ?

वह इस बार चांस लेने से डर रहा है ।

उसने बस उसके चेहरे को पिंच किया.. उसने ऐसे एक्ट किया जैसे उसे उसके चेहरे को पिंच करने की लत थी और उससे कोल्डली कहा,

" जो भी हो , तुमने मेरे साथ जो किया उसकी तुम्हे जिम्मेदारी लेनी होगी ।"

नैंसी ने उसे मुक्का मारने के लिए हाथ उठाया..वह कैसे बर्दाश्त कर सकती है जब अर्जुन एक बच्चे की तरह उसके चेहरे को पिंच कर रहा है ?

अर्जुन जानता है कि वह क्या करना चाहती है और उसने नैंसी का हाथ जोर से पकड़ लिया।

उसके साइड प्रोफाइल पर रोशनी चमक रही है जिसे देख नैंसी उसकी तरफ थोड़ी अट्रैक्ट हुई

वह समझ गई कि नैना का वास्तव में क्या मतलब था जब उसने कहा कि वह 'बहुत चार्मिंग ' है।

"ज़रूर, मैं ज़िम्मेदारी लुंगी.. तुम्हे जितने पैसे चाइए में दूंगी ।"

उसके पास जिम्मेदारी लेने का एक बहुत ही दबंग तरीका है और वह है.. पैसे से भुगतान करना।

"पैसे से नहीं चलेगा.. तुम्हें मुझसे शादी करनी होगी,"

अर्जुन ने आइब्रो उठाते हुए कहा।

नैंसी ने दबी हसीं में कहा ।

"तुम सपने देख रहे हो ! मैंने तुम्हे मारा है मैंने तुम्हे अपाहिज नहीं किया।"

अर्जुन ने कहा,

"मैं अपाहिज हूँ।"

नैंसी ने पूछा,

"हुह? बेशर्मी की भी हद है ? तुम्हारे शरीर का कौन-सा पार्ट अपाहिज है?"

[ हह .. क्या उसने यह बात इसी मौके पर बनाई है ? ]

अर्जुन वास्तव में यह बात इसी मौके पर ही बना रहा था।

"मेरा हाथ..मेरा दाहिना हाथ कमजोर महसूस करता है।"

नैंसी ने कहा,

"जब मैंने सिर्फ तुम्हारे सिर पर मारा तो तुम्हारे हाथ में गड़बड़ क्यों है? मुझे नहीं लगता कि यह किसी को ठगने का सही तरीका है।"

अर्जुन ने जवाब दिया,

"डॉक्टर ने कहा कि यह अगली कड़ी है जिसका दर्द मेरे सिर से मेरे हाथों में शिफ्ट हो गया है।"

नैंसी ने पूछा,

"क्या तुम्हे लगता है कि तुम मुझे अपनी बचकानी चालों में फसा सकते हो ?"

वह एक वर्ल्ड क्लास डॉक्टर है और अर्जुन को लगता है ऐसी बचकानी चालो पर वो उसे विश्वास दिला सकता है ।

"क्या तुम्हारे पास यह साबित करने के लिए कोई सबूत है कि मैं झूठ बोल रहा हूँ?"

नैंसी ने अपना पैर जोर से उठाया। वह उसकी बकवास सुनने में समय ही क्यों बर्बाद कर रही है ?

अर्जुन ने उसका हाथ छोड़ा और उसका पैर पकड़ उसे और दिवार से चिपका दिया

यह एक इंटिमेट पोस्चर है ।

अचानक ब्लेक ने दरवाजा खोल दिया।

"मॉमी , पड़ोस वाली आंटी गिन्नी ने हमें जो तरबूज दिया है, वह बहुत टेस्टी है।"

उसने देखा कि उसकी मॉमी को उसके डैडी ने दीवार से चिपका दिया है , और उसके डैडी उसकी मॉमी का एंकल पकड़े हुए है

ब्लैक की बड़ी आँखें टिमटिमाने लगीं।

"डैडी..डोंट बुली मॉमी ।"

नैना ने ब्लेक को उठाया।

"तुम्हारे डैडी... तुम्हारी मॉमी का कुछ नहीं कर रहे है.. चलो यहां से "

इतना कहकर उसने सोच-समझकर उनके लिए दरवाजा बंद कर दिया।

ब्लेक टेंशन में लग रहा है

"मुझे लगता है कि वे लड़ रहे हैं।"

नैना दीप मीनिंग के साथ मुस्कुराई।

"बच्चे यह नहीं समझेंगे। तुम्हे बस इतना जानना है कि तुम्हारे डैडी तुम्हारी मॉमी से नहीं लड़ रहे हैं।"

कमरे के अंदर से जोर की आवाज आ रही थी।

नैंसी ने अर्जुन को बिस्तर पर दबाया

ब्लेक ने बेचैनी से पूछा,

"यह इतनी जोर से आवाज क्यों आ रही है? मॉमी को तंग किया जा रहा है?"

नैना ने उसे दरवाजे के सामने की सीढ़ियों पर खींच लिया और बैठ गई।

"तुम्हारी मॉमी को तंग नहीं किया जा रहा है "

........

कमरे में।

सुएर एनफ , नैंसी अर्जुन के ऊपर थी और उसका बाया हाथ पकड़ रखा था

"यह वही हाथ है ना जो टूट गया है ?" .

"हाँ यह टूट गया है।"

"पर तुमने तो कहा था.. तुम्हारे दाहिने हाथ में चोट लगी है... लगता है तुम्हारा यह हाथ भी अपाहिज करवाने का इरादा है ?"

अर्जुन ने दबी हुई हसीं में कहा ।

"इतना मतलबी मत बनो...मेरा दाहिना हाथ सचमुच टूट गया है और इसे तोड़ने वाली तुम ही थी ।"

नैंसी ने कहा,

"अगर यह सच में मेरी वजह से टूटा है, तो मैं जीवन भर तुम्हारा साथ दूंगी ।"

अर्जुन ने अपना बाया हाथ उठाया और उसके नाजुक चेहरे को सहलाया, जो इतना नाजुक था कि उसकी नजर उस चेहरे से हट ही नहीं रही थी

"क्या तुम जानती हो कि जीवन भर मेरा साथ देने के लिए हमें किस तरह के रिश्ते में रहना होगा "

नैंसी मुस्कुराई।

"आप मुझे 'माँ' क्यों नहीं कहते? मैं जीवन भर आपका साथ देने के लिए तैयार हूँ ।"

अर्जुन ने दाँत पिसते हुए कहा

" नैंसी मलिक "

नैंसी उसका रिएक्शन देखकर हंस पड़ी।

"क्या?"

"मैं ब्लेक का डैडी हूं..तुम जो करने की योजना बना रही है वह नेचर के खिलाफ है।"

नैंसी ने सिर झुका लिया।

"यह बात वैसे भी कोई नहीं जानता.. एक बेटे या दो बेटों की परवरिश एक ही है..क्या तुम सहमत नहीं हो ?"

अर्जुन ने उसकी बाजुएं कसके पकड़ी और उसे अपने नीचे दबा दिया.. उसकी आँखे नैंसी को धधकती निगाहों से घूर रही है ।

नैंसी आलसी होकर बिस्तर पर लेट गई, न तो घबराई हुई और न ही उसे अपने से दूर धकेला

अर्जुन उसे टकटकी लगाए घूर रहा था.. यह लड़की बहुत यूनिक है.. उसने महसूस किया कि समय बीतने के साथ वह उसकी तरफ अट्रैक्टिव और उसका आदी हो गया है ।

वो उसे अपना बना कर रहेगा.. यह पहली बार था जब अर्जुन को किसी पर क्रश आया है

"मुझसे शादी करना ही एकमात्र तरीका है जिससे तुम अपने किये की जिम्मेदारी ले सकती हो "

नैंसी ने उदासीनता से पूछा,

"अगर मैं जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दूं तो तुम क्या करोगे.. क्या तुम मुझे गिरफ्तार करोगे ?"

कोई जवाब न देते हुए अर्जुन की निगाहें तन गई।

नैंसी ने उसके सीने पर अपने हाथ रखे और थोड़ी ताकत लगा कर उसे धुर धकेल कर कमरे से बाहर चली गयी ।

नैना और ब्लेक सीढ़ियों पर बैठे थे और मुस्कराहट के साथ उसे घूर रहे थे।

नैंसी अपने चेहरे पर बिना एक्सप्रेशन के अपने कमरे में लौट आई।