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chapter 36

मायरा ने हैरानी से अपने पिता की तरफ देखा

" डेड.. डेड आपने मुझे थप्पड़ क्यों मारा? "

जगदीश दांत पीसते हुए बोला

"मेरी किस्मत में ही नासमझ और शापित लड़की लिखी थी.. तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मिस नैंसी के साथ इतना बुरा व्यवहार करने की? "

मायरा ने अविश्वास से अपने पिता को देखा और फिर नैंसी की तरफ देख कर सोचने लगी

[ इस लड़की मैं ऐसा क्या है जो लवासा सिटी के नंबर 1 यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर उसे मिस कहकर पुकार रहें है ]

सिक्योरिटी गार्ड जो मायरा के साथ मिलकर नैंसी का मजाक और हंसी उड़ा रहा था.. जगदीश कश्यप की बातें सुनकर दंग हो गया 

जगदीश नैंसी की तरफ बढ़ा और श्रद्धा पूर्वक हाथ जोर लिए उसके पीछे खड़े दर्जन एक्जीक्यूटिव सीनियर डायरेक्टर ने भी अपने हाथ जोड़ लिए

इस तरह का सीन देखकर सिक्योरिटी गार्ड और मायरा सदमे में चले गए 

नैंसी भी यह सीन  देख कर थोड़ी हैरान थी लगता है शिविन ने उसका सीक्रेट इन लोगों को बता दिया है .. अपना सीक्रेट इन लोगों को बताने का उसका कोई इरादा नहीं था.. इसलिए वो लाइब्रेरियन की पोजीशन के लिए इंटरव्यू देने आई है... अपना सीक्रेट खोलने का हिसाब वो आज रात घर जाकर शिविन से अच्छी तरह से लेगी 

" मिस नैंसी मेरी बेटी नासमझ है.. इस नासमझ की वजह से आपको यहां इतनी देर तक गेट के बाहर इंतजार करना पड़ा उसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं "

 नैंसी ने मायरा को कोल्ड लुक में देखा उसकी शक्तिशाली और कठोर आभा को देख मायरा डर जाती है 

" मैं आशा करती हूं कि आप अपनी लड़की को डिसिप्लिन में रखेंगे और साथ ही अपने यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड और  सफाई कर्मचारियों को सुनिश्चित करेंगे कि वो अपनी सीमा के भीतर रहें.   एक बैचलर डिग्री और उससे ऊपर की डिग्री वाले को शोभा नहीं देता कि वो किसी को भी उसके कपड़े और उसकी उम्र देखकर जज करें "

इतना कहकर नैंसी ने अपना एक हाथ पॉकेट में डाला और दूसरे हाथ से कंधे पर लटके बैकपैक की स्ट्रैप  को पकड़ा और यूनिवर्सिटी के अंदर चली गई.. सीनियर एक्जीक्यूटिव भी उसके पीछे-पीछे चले जाते हैं

जगदीश ने मायरा को फिर से एक जोरदार थप्पड़ मारा

" एक बिगड़े बच्चे की तरह तुम्हें सिर्फ मुझे परेशानी में डालना आता है "

" डैड.. डैड  वो लड़की कौन है? " 

"इतने सवाल मत पूछो बस इतना जान लो वो एक वीआईपी लड़की है जिसका हम अपमान नहीं कर सकते हैं "

 इतना कहकर उसने सिक्योरिटी गार्ड की तरफ इशारा किया 

" जाओ और जाकर  इस महीने की तनखा ले लो.. अब कल से तुम्हे काम पर आने की ज़रूरत नहीं है "

इतना कहकर जगदीश यूनिवर्सिटी के अंदर चला गया

सिक्योरिटी गार्ड को बहुत अफसोस हो रहा है.. किसे लगेगा कि इतनी जवान दिखने वाली लड़की इतनी प्रभावशाली होगी? 

 यूनिवर्सिटी के अंदर एक बड़े और ब्राइट ऑफिस में नैंसी आराम से कुर्सी पर बैठी है 

जगदीश ने उससे श्रद्धापूर्वक पूछा

 

"आप कौनसी पोजीशन के लिए इंटरव्यू देना चायेंगी..मिस नैंसी? "

" लाइब्रेरियन.. क्या मैं इस पोजीशन के लिए क्वालिफाइड हूं? "

नैंसी ने सीरियस टोन में पूछा 

जगदीश ने तुरंत कहा 

" बेशक आप क्वालिफाइड है.. आप तो इससे ज्यादा क्वालिफाइड है..  लाइब्रेरियन की पोजीशन से तो आपकी प्रतिभा दफन हो जाएगी.. क्यों ना आप इस यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन जाए "

नैंसी ने टेबल पर रखी ग्रीन टी उठाई और एक घूंट पीकर बोली

" प्रोफेसर के रोल के बारे में भूल जाओ  मुझे लाइब्रेरियन की पोजीशन ही चाहिए " 

लाइब्रेरी ना केवल एक शांत जगह होती है बल्कि वहा वो हर दिन अधिक लोगों के कांटेक्ट में आ सकती है जो उसके लिए बहुत आसान कर देगा उसके काम को जल्दी निपटाने में 

जगदीश कश्यप एक कुशल आदमी है उन्होंने कुछ ही समय में लाइब्रेरियन के काम को नैंसी को सौंप दिया

 "मिस नैंसी आप जब भी चाहे यहां काम करने आ सकती है "

नैंसी ने हल्की मुस्कुराहट से कहा

" ठीक है..  मैं आपकी यूनिवर्सिटी के जो भी रूल्स एंड रेगुलेशन है उनका पालन करूंगी.. और हां मुझ पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है.. मैं नहीं चाहती कि यूनिवर्सिटी मैं मेरी आईडेंटिटी किसी को पता चले.. ठीक है ना मिस्टर कश्यप? "

" यस .. यस जैसा आप चाहती हैं वैसा ही होगा मिस नैंसी "

नैंसी हां में सिर हिलाती है और वहां से चली जाती है जैसे ही नैंसी जाती है मायरा ऑफिस में आकर गुस्से से अपने डेड से पूछती है 

" डैड?  कौन है वो लड़की जिसके लिए आपने सबके सामने मुझे थप्पड़ मारा "

जगदीश कश्यप उसे डाटने ही वाला था लेकिन अचानक से उसका असिस्टेंट ऑफिस में एंटर हुआ

" सॉरी सर आपको डिस्टर्ब करने के लिए.. मिस्टर वरदान शेखावत यहां आए हैं "

वरदान शेखावत का नाम सुनकर मायरा चौक गई

[ मिस्टर शेखावत तो इंपीरियल यूनिवर्सिटी के सबसे बड़े इन्वेस्टर है. . सामान्य रूप से वो यूनिवर्सिटी नहीं आते है लेकिन आज ऐसा क्या है जो उन्हें यूनिवर्सिटी मैं आना पड़ा? ]

 जल्द ही एक लंबा.. हैंडसम और तेजतर्रार आदमी ब्लू सूट में जगदीश के ऑफिस में आता है

जगदीश कश्यप तुरंत उस आदमी से बोला 

" मिस्टर शेखावत आप के आदेश के अनुसार.  मिस नैंसी को लाइब्रेरियन पोजीशन के लिए असाइन कर लिया है "

वरदान ने सिगरेट जलाई और धूम्रपान करना शुरू कर दिया..कुछ सेकंड बाद मायरा को कोल्ड नजरों से देख कर बोला 

" मैंने सुना है किसी ने उसे परेशान किया है "

मायरा उसके कोल्ड लुक को देखकर कांपने लगी और डर की वजह से अपना थूक घटकने लगी

 जगदीश ने उसकी गलतियों को छुपाकर उसका बचाव किया

 " सर.. मायरा एक नासमझ लड़की है.. मैंने उसे पहले ही सबक सिखा दिया है "

 वरदान के सीरियस और कोल्ड  एक्सप्रेशन को देखकर मायरा के पसीने छूटने लगे 

"अगर इस यूनिवर्सिटी में किसी ने उसे परेशान किया तो इसके जिम्मेदार आप होंगे मिस्टर कश्यप.. जो आज हुआ है अगर वो भविष्य मैं हुआ.. तो मैं चाहूंगा कि आप अपनी पोजीशन से उसी वक्त रिजाइन कर दे "

डर से कांपते हुए जगदीश ने जवाब दिया 

" जी.. जी मिस्टर शेखावत.. अगर आपको आपत्ति नहीं है तो मैं पूछना चाहता हूं.. मिस नैंसी आपकी क्या लगती है? "

[ क्या वो मिस्टर शेखावत की गर्लफ्रेंड  है..  वैसे भी वो लड़की सुंदर और लुभानी लग रही थी.. हो सकता है उसके सुंदर चेहरे को देखकर मिस्टर शेखावत का दिल उस लड़की पर आ गया है ]